LITTLE KNOWN FACTS ABOUT SHIV CHALISA IN HINDI.

Little Known Facts About shiv chalisa in hindi.

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थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें।

अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।

ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ ।

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

शंकरं, शंप्रदं, सज्जनानंददं, शैल – कन्या – वरं, परमरम्यं ।

अर्थ: जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।

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तज्ञमज्ञान – पाथोधि – घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।

भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के shiv chalisa lyricsl दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि shiv chalisa in hindi सकल दुःख हरहु हमारी॥

शिव पंचाक्षर स्तोत्र

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